बिग बॉस के सभी सीज़न (1 से 18) के विजेताओं की विस्तृत जानकारी
बिग बॉस, भारत का सबसे चर्चित रियलिटी शो, 2006 से दर्शकों को मनोरंजन और ड्रामे का दावा परोस रहा है। इस शो ने न केवल प्रतिभागियों को स्टारडम दिया बल्कि उनकी जीवनशैली और व्यक्तित्व को भी उजागर किया। आइए, सीज़न 1 से 18 तक के विजेताओं के बारे में जानते हैं
1. बिग बॉस सीज़न 1 (2006-07)
विजेता: राहुल रॉय
पुरस्कार राशि: ₹1 करोड़
बॉलीवुड अभिनेता राहुल रॉय ने शो के पहले संस्करण में जीत हासिल की। उनकी शांत और रणनीतिक खेल शैली ने दर्शकों का दिल जीता
2. बिग बॉस सीज़न 2 (2008)
विजेता: आशुतोष कौशिक
पुरस्कार राशि: ₹1 करोड़
‘रोडीज़’ फेम आशुतोष ने अपने सहज व्यवहार और अनुकूलन क्षमता से जीत दर्ज की। यह शो उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाने का माध्यम बना
3. बिग बॉस सीज़न 3 (2009)
विजेता: विंदू दारा सिंह
पुरस्कार राशि: ₹1 करोड़
अभिनेता विंदू दारा सिंह ने अपने भावुक और मनोरंजक अंदाज़ से दर्शकों को प्रभावित किया। उनकी जीत ने शो में भावनात्मक कहानियों के महत्व को रेखांकित किया
4. बिग बॉस सीज़न 4 (2010)
विजेता: श्वेता तिवारी
पुरस्कार राशि: ₹1 करोड़
श्वेता तिवारी इस शो की पहली महिला विजेता बनीं। उन्होंने अपने दृढ़ व्यक्तित्व और संघर्षशीलता से न केवल ट्रॉफी जीती बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी संदेश दिया
5. बिग बॉस सीज़न 5 (2011)
विजेता: जूही परमार
पुरस्कार राशि: ₹1 करोड़
टीवी की लोकप्रिय अभिनेता जूही परमार ने अपने संयमित व्यवहार और चुनौतियों को सुलझाने की क्षमता से जीत हासिल की
6. बिग बॉस सीज़न 6 (2012)
विजेता: उर्वशी ढोलकिया
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
इस सीज़न को “परिवारिक सीज़न” कहा गया। उर्वशी ने अपनी स्पष्टवादिता और बेबाकी से शो में अपनी जगह बनाई
7. बिग बॉस सीज़न 7 (2013)
विजेता: गौहर खान
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
गौहर ने अपने मज़बूत इरादों और घर के अन्य सदस्यों के साथ रिश्तों की गहराई दिखाकर जीत हासिल की। यह सीज़न “स्वर्ग और नरक” थीम पर आधारित था
8. बिग बॉस सीज़न 8 (2014)
विजेता: गौतम गुलाटी
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
गौतम ने अपने करिश्माई व्यक्तित्व और मनोरंजक अंदाज़ से दर्शकों का प्यार जीता। यह सीज़न “हल्ला बोल” थीम के साथ चर्चा में रहा
9. बिग बॉस सीज़न 9 (2015)
विजेता: प्रिंस नरूला
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
प्रिंस ने अपनी प्रतिस्पर्धी भावना और वफादारी के लिए जाने जाने वाले खेल तरीके से जीत दर्ज की। यह उनकी लगातार तीसरी रियलिटी शो जीत थी
10. बिग बॉस सीज़न 10 (2016)
विजेता: मनवीर गुर्जर
पुरस्कार राशि: ₹40 लाख
मनवीर ने एक सामान्य व्यक्ति की छवि के साथ शो जीता और साबित किया कि सच्चाई और सादगी हमेशा जीतती है
11. बिग बॉस सीज़न 11 (2017)
विजेता: शिल्पा शिंदे
पुरस्कार राशि: ₹44 लाख
अपने विवादास्पद व्यक्तित्व के बावजूद, शिल्पा ने दृढ़ता और ममतापूर्ण व्यवहार से दर्शकों का समर्थन हासिल किया
12. बिग बॉस सीज़न 12 (2018)
विजेता: दीपिका काकड़
पुरस्कार राशि: ₹30 लाख
दीपिका ने शांत स्वभाव और संघर्षों को सुलझाने की क्षमता से जीत हासिल की। उनकी दोस्ती और वफादारी शो की मुख्य विशेषताएँ थीं
13. बिग बॉस सीज़न 13 (2019-20)
विजेता: सिद्धार्थ शुक्ला
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
सिद्धार्थ ने अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व और रणनीतिक खेल से शो पर राज किया। उनकी जीत को दर्शकों ने व्यापक समर्थन दिया
14. बिग बॉस सीज़न 14 (2020-21)
विजेता: रुबीना दिलैक
पुरस्कार राशि: ₹36 लाख
रुबीना ने अपनी बुद्धिमत्ता और आत्मसम्मान के लिए लड़ने की क्षमता से जीत हासिल की। उनकी जुड़वां बेटियों का जन्म इस दौरान चर्चा का विषय रहा
15. बिग बॉस सीज़न 15 (2021-22)
विजेता: तेजस्वी प्रकाश
पुरस्कार राशि: ₹40 लाख
तेजस्वी ने अपने रोमांटिक रिश्ते और मजबूत गेमप्ले के जरिए दर्शकों का दिल जीता
16. बिग बॉस सीज़न 16 (2022-23)
विजेता: एमसी स्टैन
पुरस्कार राशि: ₹31.8 लाख
हिप-हॉप कलाकार एमसी स्टैन ने भारतीय रैप संस्कृति को प्रतिनिधित्व करते हुए युवाओं का समर्थन हासिल किया। उनकी जीत शो के इतिहास में सबसे अनोखी मानी गई
17. बिग बॉस सीज़न 17 (2023-24)
विजेता: मुनव्वर फारूकी
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर ने अपने हास्य और भावनात्मक पलों से दर्शकों को जोड़ा। वे ‘लॉकअप’ के बाद दूसरा बड़ा रियलिटी शो जीतने वाले बने
18. बिग बॉस सीज़न 18 (2024-25)
विजेता: करणवीर मेहरा
पुरस्कार राशि: ₹50 लाख
करणवीर ने अपने शांत और रणनीतिक निर्णयों के साथ ड्रामे भरे सीज़न में जीत दर्ज की। उनकी जीत ने शो के नए चरण की शुरुआत को चिह्नित किया
निष्कर्ष
बिग बॉस ने 18 सीज़नों में विविध विजेताओं को पेश किया है—अभिनेताओं से लेकर संगीतकार और सामान्य व्यक्ति तक। पुरस्कार राशि में उतार-चढ़ाव (₹30 लाख से ₹1 करोड़ तक) और थीम्स में बदलाव ने शो को हर साल नया बनाए रखा। यह शो न केवल मनोरंजन बल्कि सामाजिक धारणाओं और व्यक्तित्व के अध्ययन का भी मंच बना हुआ है।